क्या आपने सुना? अब अमेरिका में बिकने वाला हर तीसरा स्मार्टफोन भारत में बना होता है। यह मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग की दुनिया में एक बड़ा बदलाव है। भारत की स्मार्टफोन एक्सपोर्ट, खासकर अमेरिका और मिडिल ईस्ट के लिए, तेजी से बढ़ रही है। आइए जानें कि ऐसा क्यों हो रहा है और इसका क्या मतलब है।
1. अमेरिका में हर 3 में से 1 फोन अब भारत में बना होता है
- अब अमेरिका में बिकने वाले 36% स्मार्टफोन भारत में बनते हैं
- पहले चीन 82% फोन बनाता था, अब वह घटकर 49% पर आ गया है
2. iPhone और Samsung भारत में बना रहे हैं फोन
- Apple के कई iPhone अब भारत में बनते हैं
- Samsung भी भारत से अमेरिका को फोन एक्सपोर्ट कर रहा है
3. भारत की मैन्युफैक्चरिंग ताकत बढ़ रही है
- भारत में लाखों लोगों को फोन बनाने का अनुभव मिल रहा है
- इससे भारत की सप्लाई चेन मजबूत होगी
- भविष्य में भारत खुद के ब्रांड भी एक्सपोर्ट कर सकता है
4. भारत सबसे ज्यादा स्मार्टफोन अमेरिका को एक्सपोर्ट करता है
- भारत का सबसे बड़ा एक्सपोर्ट प्रोडक्ट अब स्मार्टफोन है
- इससे भारत को अरबों डॉलर की कमाई हो रही है
5. अगर भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड डील हुई, तो और फायदा होगा
- भारत पहले ही UK से ट्रेड डील कर चुका है
- अमेरिका के साथ डील हुई तो एक्सपोर्ट और बढ़ेगा
6. चीन की पकड़ धीरे-धीरे ढीली पड़ रही है
- चीन की हिस्सेदारी लगातार घट रही है
- भारत अगले 20 साल में मैन्युफैक्चरिंग का नया हब बन सकता है
7. ट्रंप का 25% टैक्स भारत के लिए खतरा हो सकता है
- डोनाल्ड ट्रंप चाहते हैं कि iPhones अमेरिका में बनें
- उन्होंने धमकी दी है कि अगर भारत में बने तो 25% टैक्स लगेगा
- इससे भारत के एक्सपोर्ट को झटका लग सकता है
8. Apple को भारत में लोकल पार्ट्स यूज़ करने होंगे
- भारत ने कहा है कि 2028 तक iPhone का 30% हिस्सा भारत में बना होना चाहिए
- इससे भारत में जॉब और इन्वेस्टमेंट बढ़ेगा
9. ट्रंप चाहते हैं कि US टेक कंपनियां अमेरिका लौटें
- उनका मानना है कि टेक्नोलॉजी की रेस में जीतने के लिए कंपनियों को अमेरिका में रहना चाहिए
- इसलिए वे चीन और अब भारत में मैन्युफैक्चरिंग से नाराज़ हैं
India Smartphone Rise in the USA 2025 : अमेरिका में भारत की हिस्सेदारी कैसे बढ़ी?
आज अमेरिका में बिकने वाले 36% स्मार्टफोन भारत में बने होते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण Apple iPhones हैं। लेकिन Samsung जैसी कंपनियां भी अब भारत में फोन बनाकर अमेरिका भेज रही हैं।
कुछ साल पहले तक अमेरिका में बिकने वाले 100 में से 82 फोन चीन में बनते थे। अब यह आंकड़ा घटकर 49% रह गया है, जबकि भारत की हिस्सेदारी 36% तक पहुंच गई है। यह बहुत बड़ी छलांग है।
भविष्य में क्या होगा?
अगर यही रफ्तार रही, तो भारत अमेरिका के स्मार्टफोन मार्केट में चीन को पीछे छोड़ सकता है।
क्या भारतीय ब्रांड्स भी छा सकते हैं?
India Smartphone Rise in the USA 2025 : अभी तो Apple और Samsung जैसे विदेशी ब्रांड ही भारत में बन रहे हैं, लेकिन आने वाले सालों में कोई भारतीय कंपनी भी वैश्विक पहचान बना सकती है। भारत में टैलेंट और पैसा दोनों हैं, जो किसी ब्रांड को ग्लोबल बनाने में मदद कर सकते हैं।
भारत में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ने से वर्कर्स और इंजीनियर्स को अनुभव मिल रहा है। इससे एक मजबूत सप्लाई चेन तैयार होगी, जो भारत को मोबाइल निर्यातक देश बना सकती है।
CONCLUSION: भारत का स्मार्टफोन सफर अभी शुरू हुआ है
भारत का अमेरिका में स्मार्टफोन मार्केट में बढ़ता वर्चस्व एक बड़ा संकेत है कि मैन्युफैक्चरिंग का ग्लोबल पावरसेंटर बदल रहा है। हालांकि चुनौतियां हैं, लेकिन अगर चीजें सही दिशा में रहीं, तो भारत इस इंडस्ट्री में ग्लोबल लीडर बन सकता है।
“Made in India” स्मार्टफोन अब सिर्फ सपना नहीं, एक नई हकीकत बनते जा रहे हैं।