India Is USA Next Target Warns China : क्या भारत होगा अमेरिका का अगला निशाना? चीन-रूस की चेतावनी ने बढ़ाई चिंता
भूमिका: भारत पर नया दबाव?
हाल के अंतरराष्ट्रीय विश्लेषणों में यह चेतावनी दी जा रही है कि अब अमेरिका की नीतियों का अगला बड़ा निशाना भारत हो सकता है। चीन और रूस के कई प्रमुख भू-राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि अमेरिका भारत को दोस्ताना रखकर कभी इतना मज़बूत नहीं बनने देगा कि वह विश्व नेतृत्व को चुनौती दे सके।
Geopolitical Background: मौजूदा स्थिति
- हाल ही में अमेरिका ने भारत के कुछ उत्पादों पर 50% टैरिफ लगा दिया है, और आगे और भी टैरिफ लगने की आशंका है।
- चीन के विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिका ने चीन को रोकने की कोशिश की थी, लेकिन वह पूरी तरह सफल नहीं हुआ।
- अब वही containment रणनीति भारत की ओर मोड़ दी गई है।

The Japan Example: सबक और चेतावनी
- 1980 के दशक में जापान की अर्थव्यवस्था इतनी तेज़ी से बढ़ी कि अनुमान लगाया जाने लगा कि वह अमेरिका को पीछे छोड़ देगा।
- लेकिन Plaza Accord (1985) के जरिए जापानी मुद्रा की वैल्यू बढ़ा दी गई, जिससे निर्यात महंगा हो गया और आर्थिक रफ्तार टूट गई।
- इसके बाद ट्रेड रेस्ट्रिक्शन और टैरिफ ने जापान की ग्रोथ को लंबे समय के लिए रोक दिया।
- चेतावनी यह है कि अमेरिका भारत को भी $6-7 ट्रिलियन की GDP सीमा से आगे नहीं बढ़ने देगा।


Russia’s Perspective: रूस का नज़रिया
- रूसी विशेषज्ञ मानते हैं कि अमेरिका लंबे समय तक भारत को ‘मिडल पावर’ बनाए रखना चाहता है।
- ज्यादा मज़बूत भारत अमेरिका के नियंत्रण से बाहर हो सकता है—जैसे कि रूस से सस्ते तेल खरीदने के मामले में हुआ।
Chinese Diplomatic Messaging: चीन का संदेश
- चीन के दूतावास के प्रवक्ता भारत की संप्रभुता का खुलकर समर्थन कर रहे हैं।
- संदेश साफ़ है—भारत और चीन को “बाहरी दबाव” के समय सहयोग करना चाहिए।


India’s Challenges & Suggestions: आगे की राह
अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों द्वारा सुझाए गए मुख्य बिंदु:
- Make in India को बढ़ावा दें—भौतिक और डिजिटल दोनों प्रोडक्ट्स में।
- टेक सेक्टर (सोशल मीडिया, OTT) में आत्मनिर्भरता बढ़ाएं।
- मैन्युफैक्चरिंग और टेक्नोलॉजी पर स्ट्रैटेजिक फोकस रखें।
What’s Next for India?
- भारत ने हाल ही में जापान को GDP में पीछे छोड़ा है।
- अब सवाल है—क्या भारत ‘बिग लीग’ में पहुंचेगा या जापान-जर्मनी की तरह रुक जाएगा?
- जवाब है—एकता, आत्मनिर्भरता और सही अंतरराष्ट्रीय साझेदारी।
India Is USA Next Target : निष्कर्ष
चीन और रूस दोनों की चेतावनी साफ़ है—अमेरिका आर्थिक और रणनीतिक तरीकों से भारत की प्रगति को सीमित कर सकता है। अगर भारत को इससे बचना है तो उसे आर्थिक आत्मनिर्भरता, Make in India और रणनीतिक स्वतंत्रता पर ध्यान देना होगा।